• img-book

    Manusmriti-Prachina ...

Sale!
SKU: 9788124609385 Categories: , ,

Manusmriti-Prachina Bharatiya Mulya evam Darshan (Part 2)

by: Sushim Dubey

765.00

Quantity:
Details

ISBN: 9788124609385
Year Of Publication: 2018
Edition: 1st Edition
Pages : 191
Language : Hindi
Binding : Hardcover
Publisher: D.K. Printworld Pvt. Ltd.
Size: 23
Weight: 550

Overview

“प्रस्तुत ग्रन्थ प्राचीन भारतीय मूल्य एवं दर्शन शृंखला के द्वितीय भाग है। मनुस्मृति प्राचीन भारतीय धर्मशास्त्र परम्परा का आधारभूत ग्रन्थ है। भारत का प्राचीन धार्मिक इतिहास सामाजिक संरचना, राजनीतिक मान्यताओं इस ग्रन्थ में जो प्रतिनिधिक वर्णन मिलता है।
मनुस्मृति मूल रूप से आध्यात्मिक मान्यता परक ग्रन्थ रहा, जिसमें कालक्रमः से समाज.व्यवस्था, वर्णव्यवस्था एवं अनेकानेक बातें समाहित होती चली गईं। तथापि मनुस्मृति की सर्वोपरिता आर्यवर्त में सहसीरों वर्ष तक निर्विवाद रही। धर्म, कर्म, कर्तव्य, सूतक, प्रायश्चित्त एवं संस्कार आदि के लिए आज भी स्रोत ग्रन्थ के रूप में मनुस्मृति संदर्भ ग्रन्थ है।”

Contents

““द्ववषय-अनक्रमद्विका ु
आर्ुख
भूमर्का
खण्ड-1 पद्वरचय
1.1 र्नुस्र्ृमतिः-पमरचय
1.2 र्नुस्र्ृमतिः – आरम्भ तथा सृष्टि क्रर्
1.3 र्नुस्र्ृमत तथा काल मवभाग
खण्ड-2 धमश, संस्कार एवं द्वर्क्षा
2.1 धर्म
2.1 संस्कार
2.3 मिक्षा
2.4 मिक्षक
खण्ड-3 आश्रम (Stages of Life and Duties)
3.1 ब्रह्मचारी (ब्रह्मचयम आश्रर्)
3.2 मववाह (मववाह संस्कार एवं अटिमववाह)
3.3 गृहस्थ (गृहस्थ के धर्म तथा पञ्चयज्ञ)
3.4 गृहस्थ जीवन की अन्य नीमत-वृमियााँतथा
गृहस्थाश्रर् की दािममनक दृष्टि
3.5 वानप्रस्थी एवं वानप्रस्थ आश्रर्
3.6 सन्यासी एवं सन्यास आश्रर्
खण्ड-4 न्याय (Judicial Matter)
4.1 दण्ड या न्याय व्यवस्था तथा कौिसाक्ष्यम्
4.2 दण्ड एवं सार्ामजक न्याय
(पारुषवचन, दण्डपारुष, स्तेयं, साहस, स्रीसंग्रहण,
स्रीपुंधर्मिः)
प्राचीन भारतीय मल्य एवं दर् ू शन – भाग 2
6
खण्ड-5 अर्श-व्यवस्र्ा (Finance)
5.1 र्ाप (Measurements and Barter System)
5.2 मविीय र्ानक एवं ब्याज दरें
खण्ड-6 वर्श व्यवस्र्ा की उत्पद्वि एवं सन्दभश
6.1 दायभाग (पैतृकामद धनस्य च मवभागिः)
6.2 वणमसंकर की उत्पमि तथा कारण
6.3 वणम – धर्म तथा कर्म
6.4 आपत्काल तथा कर्म पमरवतमन
खण्ड-7 र्ौच-अर्ौच, पातक एवं प्रयद्वित
7.1 िौच-अिौच
7.2 प्रायष्चचि
7.3 र्हापातकामन
7.4 मवमभन्न प्रायष्चचि व्रत तथा कृ च्छ
िौच-अिौच
खण्ड-8 उपसंहार
8.1 प्रचीन भारतीय दिमन एवं र्ूल्य की सर्कालीन
पमरदृचय र्ें प्रांसमगकता
सन्दभश-ग्रन्र् सूची
सारद्वर्यााँ
(Tables)
Table : 1 सृष्टि : काल गणना
(Creation : Time Period )
Table : 2 चतुयुमग तथा धर्म, आयुएवंसद्गुण
(Four Yugas : Characteristics and
duration )
Table: 3 उपनयन संस्कार
(Initiation Ceremony, its time and other
factors )
मुनस्मतत ृ – प्राचीन भारतीय धमश एवं समाज व्यवस्था
Table: 4 अटि मववाह
(Eight types of Marriage
Table: 5 बमलवैचवदेवयज्ञ
(Sacrificial rites for House-holderBalivaishvadevyajna )
Table : 6 गृहस्थी एवंपमरग्रह (कर्म)
( House-holder : Kinds )
Table : 7 र्नुस्र्ृमत र्ेंयोग
(Yoga In Manu-Smṛti)
Table : 8 मर्थ्याप्रर्ाण र्ेंदण्ड
(Punishment incorrect witness or proofs )
Table: 9 दण्ड के प्रकार, घिक तथा क्रर्
(Punishment : kinds, Factors and
Execution )
Table : 10 स्तेय : दण्ड के प्रकार
(Stealing : Punishments )
Table: 11 र्ुद्रा : र्ाप तथा पमरवतमन – स्वणम
(Mint : Standards for minting Gold and
Silver Coins)
Table: 12 र्ुद्रा : र्ाप तथा पमरवतमन – रजत
(Mint : Standards for minting Gold and
Silver Coins)
Table : 13 पुर – अनुलोर् तथा प्रमतलोर्
( Nomenclatures of Sons through
reciprocal Marriage-forms )
Table : 14 जामतयों के मवमभन्न नार्ों (उत्पमियों) के आधार
(Origins of Jati and names thereof)
Table: 15 जामतकर्म
(Occupation of Jatis )
Table : 16 सूतक
Table: 17 र्हापातक, पातक एवंउपपातक
(Mahapataka, Upapataka and Pataka)
Table: 18 प्रायष्चचत कर्मतथा मवमध
(Various rigorous fast and disciplines for
purifications/vices)

“Manusmriti-Prachina Bharatiya Mulya evam Darshan (Part 2)”

There are no reviews yet.